ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और कैसे करें? (A to Z पूरी जानकारी)

ऑप्शन ट्रेडिंग वह कॉन्ट्रैक्ट होता है जो किसी निश्चित तारीख के खास मूल्य पर सिक्योरिटी को ट्रेड करने का अधिकार देती है। इसका फायदा यह है कि आप उस सिक्योरिटी का प्रीमियम देकर खरीदने या बेचने के लिए बाध्य नहीं होते हैं।

What is Option trading in hindi

शेयर मार्केट में आपने कई बार सुना होगा कि कुछ लोग ऑप्शन ट्रेडिंग करके एक ही दिन में लाखों रुपए कमा लेते हैं। यहां तक कि कुछ लोग इसमेंं इतने एक्सपर्ट है कि वह कुछ ही मिनटों में लाखों करोड़ों रुपए का प्रॉफिट बुक कर लेते हैं।

तो अगर आप ऑप्शन्स में शुरुआती beginner यानी नए है तो सबसे पहले आपको यही पता होना चाहिए कि आखिर ऑप्शन का मतलब क्या होता है या फिर कॉल और पुट क्या होते है?

तो आज मैं आपको ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, option को कैसे ट्रेड करते हैं, इसके फायदे और नुकसान क्या है और इससे पैसे कैसे कमाएं? इसके बारे में पूरी जानकारी विस्तार से देने वाले हैं.

मैं वादा करता हूं इस पोस्ट को पढ़ने के बाद ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में आपके मन में जितने भी doubts हैं वो सभी क्लियर हो जाएंगे। बस आपको इस आर्टिकल को पूरा अंत तक पढ़ना है.

तो आइये सबसे पहले जानते हैं कि-

इस पोस्ट में आप जानेंगे-

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? (What is Option Trading in Hindi)

Option trading kya hai

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कांट्रैक्ट है जो खरीदार और विक्रेता को कुछ प्रीमियम राशि देकर एक निश्चित तारीख पर किसी स्ट्राइक प्राइस पर सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने का अधिकार देती है। ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट ऑप्शंस को खरीदा और बेचा यानी ट्रेड किया जाता है।

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आसान शब्दों में,

  • ऑप्शन ट्रेडिंग का मतलब है कि आप पहले ही कुछ तय धनराशि देकर future के लिए शेयर खरीद या बेच सकते हैं। इसी तय धनराशि को ऑप्शन प्रीमियम कहते हैं।

अधिकतर लोग इंडेक्स जैसे- निफ्टी और बैंकनिफ्टी में ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं क्योंकि उनमें प्रीमियम कम देना पड़ता है लेकिन आप चाहे तो किसी शेयर के ऑप्शन को भी ट्रेड सकते हैं।

अब समझते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग करने का फायदा क्या है?

अगर आपको लगता है कि फ्यूचर में किसी शेयर का दाम बढ़ने या घटने वाला है तो आप केवल एक छोटा अमाउंट (Premium) देकर उस शेयर को पहले ही खरीद या बेच सकते हैं।

इसका मतलब है कि ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने या बेचने के लिए पूरा पैसा नहीं देना पड़ता बल्कि एक छोटा सा प्रीमियम अमाउंट देकर फ्यूचर के लिए शेयर buy और sell कर सकते हैं। तो अगर आपके प्रेडिक्शन के अनुसार शेयर ऊपर या नीचे नहीं भी जाता है तो भी आपके पूरे पैसे का नुकसान नहीं होगा बस जितना आपने प्रीमियम दिया था सिर्फ उसी पैसे का नुकसान होगा।

उदाहरण के लिए (Example of option trading in hindi)

मान लीजिये रिलायंस कंपनी का शेयर अभी 2500 rs पर है और कंपनी में अच्छी न्यूज़ आने की वजह से आपको लगता है कि जल्द ही शेयर प्राइस 2600 rs तक जा सकता है।

लेकिन दिक्कत यह है कि आपके पास अभी सिर्फ 10000 rs हैं जिससे आप 2500 rs के भाव पर सिर्फ 4 शेयर ही खरीद पाएंगे। तो अगर कुछ समय बाद शेयर 2600 rs का हो जाता है तो भी आपको सिर्फ (2600–2500) × 4 यानी 100×4 = 400 रुपये का ही प्रॉफिट होगा

जबकि अगर आप इसी शेयर को ऑप्शन ट्रेडिंग के जरिए खरीदते तो आपको इससे कई गुना प्रॉफिट हो जाता। लेकिन कैसे? इसके बारे में नीचे बताया गया है–

पहली स्थिति के अनुसार, आपको लगता है कि Reliance का शेयर प्राइस 2500rs से बढ़कर 2600rs तक जाने वाला है। अब अगर आपके पास पैसा कम है तो आप डायरेक्ट रिलायंस कंपनी का शेयर ना खरीद कर उसका कॉल ऑप्शन (CE) खरीद लेते हैं जिसके लिए आपको कुछ प्रीमियम देना पड़ता है।

इस प्रीमियम का प्राइस काफी कम लगभग (100 से 200rs) होता है जिसे आप NSE की वेबसाइट पर जाकर रिलायंस कंपनी सर्च करके ऑप्शन चैन डाटा में देख सकते हैं।

  • मान लीजिए अगर रिलायंस का प्रीमियम 100rs है तो आप अपने 10000rs से 100 शेयर खरीद पाएंगे. फिर अगर रिलायंस का शेयर प्राइस बढ़ता है तो आपका प्रीमियम भी बढ़ेगा।
  • अब अगर कुछ समय बाद रिलायंस का शेयर प्राइस 2500 से बढ़कर 2600 rs हो जाता है मतलब 100rs बढ़ जाता है तो उसका प्रीमियम शेयर जितना बढ़ा था उसका 0.5 गुना बढ़ता है मतलब आपका प्रीमियम 50rs बढ़ेगा।

(आप सोच रहे होंगे कि 0.5 ही क्यों, तो आपको बता दूं कि शेयर प्राइस के मुकाबले प्रीमियम कितना बढ़ेगा यह डेल्टा के द्वारा निर्धारित होता है जो ITM, ATM और OTM पर अलग अलग होता है. मैं समझ सकता हूं आपको अभी शुरुआत में यह सब चीजें कंफ्यूज कर सकती हैं इसीलिए इनके बारे में हम बाद में बात करेंगे)

  • इस प्रकार आपके खरीदे गए कॉल ऑप्शन के प्रीमियम की वैल्यू 100rs से बढ़कर 150rs हो जाएगी मतलब एक यूनिट पर 50rs का मुनाफा होगा। अब क्योंकि आपने 100rs प्रीमियम पर 100 यूनिट खरीदे थे इसलिए आपको  5000rs का मुनाफा होगा जोकि अगर आप डायरेक्ट डिलीवरी में शेयर खरीदते दो सिर्फ 400rs ही प्रॉफिट होता

देखा जाए तो आपको 10000rs पर 5000rs का मुनाफा हुआ मतलब 50% प्रॉफिट हुआ। अगर आपने 1 लाख रुपये लगाए होते तो 50000 rs का फायदा होता।

लेकिन याद रखिए–अगर रिलायंस का शेयर प्राइस बढ़ने के बजाय घट जाता तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग में उतना ही ज्यादा नुकसान भी झेलना पड़ता।

और इसीलिए ऑप्शन्स में रिस्क जरूर ज्यादा है लेकिन इसे सीखकर आप अपने नुकसान को कम कर सकते हैं और प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट क्या होते हैं? (What is call and put in option trading hindi)

option trading me call and put kya hai

ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट किसी भी सिक्योरिटी (Nifty, बैंकनिफ्टी, स्टॉक्स) को खरीदने और बेचने के लिए दो जरूरी ऑप्शंस है। अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो Call option खरीदना चाहिए और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो Put option खरीदना चाहिए।

Call option को CE यानी Call European सिंबल से दर्शाते हैं और Put option को PE यानी Put European सिंबल से दर्शाते हैं।

👉नए लोग ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?

➡️ अगर आप एक शुरुआती ऑप्शन ट्रेडर है तो आपको Nifty या Banknifty इंडेक्स में ही option buying या selling करनी चाहिए।

आपको बता दूं कि–

75% से ज्यादा लोग सिर्फ option buying करते हैं जबकि केवल 25% से कम लोग option selling करते हैं। क्योंकि option buying में आप बहुत कम पैसे से शुरुआत कर सकते हैं जबकि ऑप्शन सेलिंग में आपको लाखों रुपये लगाना पड़ता है।

यहां तक कि option buying में आप 100rs से भी ऑप्शन्स खरीद और बेच सकते हैं।

अब आप समझ चुके होंगे कि ऑप्शन ट्रेडिंग में आप मिनिमम 100 rs से भी शुरुआत कर सकते हैं. (मैंने यह इसलिए बताया क्योंकि यह सवाल बहुत सारे लोगों का होता है कि ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने पैसे की जरूरत होती है।)

👉Option buying करनी चाहिए या फिर Option selling, क्या ज्यादा बेहतर है?

➡️आपको पता होना चाहिए कि option selling में आपके जीतने के चांसेस 70% है जबकि option buying में सिर्फ 30% हैं। फिर भी अधिकतर लोग option buyer हैं ना की option seller

Option seller पैसा इसलिए कमाता है क्योंकि वह big capital यानी बड़ी पूंजी के साथ ट्रेड करता है जबकि option buyer एक छोटे अमाउंट के द्वारा ट्रेडिंग करता है और यही कारण है कि अधिकतर लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान ही करते हैं।

आप कुछ सोच कर देखिए कि एक तरफ कोई ट्रेडर 10000 रुपये से ट्रेड करता है और दूसरी तरफ दूसरा ट्रेडर 10 लाख रुपये से ट्रेडिंग करता है तो इन दोनों में से अपने पैसों को लेकर ज्यादा serious कौन होगा?

बेशक दूसरा ट्रेडर में जो 10 लाख रुपये से ट्रेड करता है.

अब अगर आपके पास भी पैसा कम है तो चिंता मत कीजिए क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा वही कमाता है जो–

  • सही स्ट्रेटेजी अपनाकर ट्रेड करता है,
  • जिसे ऑप्शन के basics पता होते हैं,
  • जो लगातार इसकी प्रैक्टिस करता है,
  • जो चार्ट को बारीकी से analyse करता है,
  • जो स्टॉक मार्केट पर गहरी रिसर्च करता है और फिर अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाता है.

👉ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होने का क्या तरीका है?

➡️ देखिए अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो मेरी सलाह आपको यही रहेगी कि पहले जितना हो सके इसके बारे में अधिक से अधिक सीखने का प्रयास करें।

क्योंकि इसमें बहुत सारी चीजें हैं जो नए लोगों को परेशान कर सकती हैं जैसे काफी सारे लोगों को तो जानकर बड़ा आश्चर्य होता है कि ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको थीटा, गामा डेल्टा, वेगा जैसी चीजें भी सीखना पड़ता है जो कि किसी समय आपको अपनी Mathematics की क्लास में पढ़ाई जाती थी।

(अगर सच्चाई देखी जाए तो शेयर मार्केट का गणित जिसकी लोग काफी चर्चा करते हैं अगर वह कहीं है तो वह option ट्रेडिंग में समाहित है)

मैं समझ सकता हूं ये सभी चीजें किसी भी शुरुआती ऑप्शन ट्रेडर के लिए सरदर्द जरूर हो सकती हैं लेकिन अगर आपको पैसा कमाना है तो आपको इन सभी बेसिक चीजों पर पकड़ मजबूत करनी होगी, दूसरा कोई शॉर्टकट उपाय नहीं है।

कहने का मतलब यह है कि अगर आप सही option trading strategies फॉलो करके ट्रेड करते हैं तो आप option buyer के रूप में आप कम कैपिटल से भी बहुत बड़ा पैसा कमा सकते हैं।

अब तक आपने जाना कि option trading kya hai अब जानते हैं कि–

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How option trading works in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है यह कैसे काम करती है?

ऑप्शन ट्रेडिंग option buyers और sellers के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह काम करती हैं जो किसी निश्चित expiry date का होता है। अगर आप कोई ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं तो यह आपको किसी निश्चित तारीख पर या उसके अंदर underlying asset खरीदने का अधिकार देता है।

लेकिन आप उस निश्चित तारीख से पहले या उसी तारीख पर underlying asset खरीदने के लिए बाध्य नहीं है बस शर्त यह है कि आपको अपना प्रीमियम अमाउंट देना होगा जो आपने पहले contract करते समय दिया था।

इसे एक उदाहरण के द्वारा आप अच्छे से समझ सकते हैं–

Example: मान लो आप किसी दुकान पर Realme कंपनी TV खरीदने गए जो कि बिल्कुल लेटेस्ट मॉडल है। अब आपको कहीं से पता चलता है कि Realme कंपनी अगले हफ्ते अपने टीवी के रेट चेंज करने वाली है।

अब आपको नहीं पता कि कंपनी TV के रेट्स बढ़ाने वाली है या कम करने वाली है लेकिन आपने एक अनुमान लगाया कि आने वाले समय में रेट बढ़ने वाले है।

लेकिन जब आप दुकानदार के पास जाकर वह टीवी खरीदने के लिए बोलते हैं तो वह कहता है कि उसके इस मॉडल के सारी टीवी बिक चुके हैं और अब यह टीवी अगले हफ्ते ही आएगा। अब आप मन ही मन सोचते हैं कि अगले हफ्ते तो रेट बढ़ने वाले हैं तो मुझे अधिक पैसे देना पड़ेगा…

इतने में दुकानदार आपसे बोलता है मैं आपके लिए वह टीवी आज के प्राइस में एक हफ्ते बाद दे दूंगा लेकिन आपको मुझे एक बुकिंग अमाउंट देना पड़ेगा।

अब आप उस दुकानदार से पूछते हैं कि कितना बुकिंग अमाउंट तो वह बताता है कि यह मॉडल 50000 रुपये का है आप चाहे तो अभी सिर्फ 1000 रुपये देकर अगले हफ्ते के लिए अपनी यह booking फिक्स कर सकते हैं और एक हफ्ते बाद आकर बाकी बचे हुए 49000 रुपए देकर टीवी ले जा सकते हैं।

अब आप सोचते हैं कि यह तो बहुत ही बढ़िया है और आप बड़े खुश हो जाते हैं और दुकानदार को 1000rs देकर वहां से चले जाते हैं।

अब आप एक हफ्ते बाद वापस उसी दुकान पर जाते हैं तो आप दुकानदार से अपना टीवी देने के लिए कहते हैं जैसे ही दुकानदार आपका टीवी लाता है और आप बाकी बचे हुए 49000 रुपये दे ही रहे होते हैं तो आप सोचते हैं कि उससे पहले जरा टीवी के रेट भी पूछ ही लेते हैं कि अभी रेट कितने बढ़ गए हैं.

लेकिनआपको पता चलता है कि उस TV के रेट बढ़ने की बजाए कम हो चुके हैं जोकि 50000 से घटकर अब 45000 हो गए हैं। अब आप को बड़ा झटका लगता है

और अब आप दुकानदार से 45000 में टीवी खरीदने को बोलते हैं तो वह कहता है कि मैं आपको 45000 रुपये में टीवी दे तो दूंगा लेकिन आप अपने 1000 रुपये भूल जाइए जो आपने बुकिंग अमाउंट के रूप में दिए थे।

अब आपके पास दो विकल्प हैं या तो आप 49000 रुपये देकर टीवी खरीद लें या फिर 40000 रुपये देकर.

बेशक आप 40000 रुपये देकर टीवी खरीदेंगे। लेकिन याद रखिए आपका 1000 रुपये booking amount आपको नहीं मिलेगा।

बिल्कुल इसी तरह ऑप्शन ट्रेडिंग काम करती है जो 1000 rs आपने बुकिंग अमाउंट के रूप में दिया था उसे प्रीमियम बोलते हैं और TV को underlying asset.

सोचिए कि अगर उस टीवी का प्राइस 50000 से बढ़कर 60000 रुपये हो जाता तो आपको 10000 रुपये का मुनाफा हो जाता क्योंकि उस दुकानदार को आपको वह टीवी 50000 में ही देना पड़ता क्योंकि आपने उसके साथ 1 हफ्ते पहले कॉन्ट्रैक्ट किया था जिसका प्रीमियम अमाउंट उसके पास अभी भी है और वही आपके कॉन्ट्रैक्ट का प्रूफ है।

ऑप्शन ट्रेडिंग को समझना इतना कठिन नहीं है बस आपको बेसिक चीजों की understanding होनी चाहिए.

चलिए अब जानते हैं कि–

ऑप्शन ट्रेडिंग में expiry date कब होती है?

ऑप्शन ट्रेडिंग में हर एक ऑप्शन की expiry date गुरुवार को होती है. Expiry दो तरह की होती है Weekly expiry और Monthly expiry. निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में weekly expiry होती है जबकि stocks में monthly expiry होती है जो महीने के अंतिम सप्ताह में गुरुवार के दिन ऑप्शन की expiry date होती है।

आप किसी भी ऑप्शन को चाहे वह call option हो या put option उसे expiry date से पहले या एक्सपायरी डेट पर खरीद या बेच सकते हैं।

Option की expiry डेट नजदीक आते-आते क्या होता है?

जैसे-जैसे आपके option की expiry date नजदीक आती जाती हैं तो आपके ऑप्शन प्रीमियम का प्राइस बदलता रहता है। अगर आपने call option फायदा हुआ है और आपका share या index का प्राइस नहीं बढ़ रहा है बल्कि sideways ही चल रहा है तो आप देखेंगे कि आपका ऑप्शन प्रीमियम धीरे-धीरे कम होता चला जाएगा।

उदाहरण: मान लीजिए अगर आपने सोमवार को 40rs ऑप्शन प्रीमियम दिया था और आपका underlying asset आपके अनुमान के अनुसार परफॉर्म नहीं कर रहा है तो आपका ऑप्शन प्रीमियम कम होता चला जाएगा जिससे आपके investment की वैल्यू भी कम होती जाएगी। हो सकता है कि गुरुवार आते आते 40 rs का ऑप्शन प्रीमियम 0 हो जाए।

अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों होता है मतलब ऑप्शन प्रीमियम का प्राइस कौन कम करता है और आपका पैसा धीरे धीरे कम क्यों होता जाता है? तो इसका जवाब है थीटा (Θ)

जी हां, थीटा ही वह चीज है जो आपके ऑप्शन प्रीमियम को कम करता रहता है। लेकिन अब आप पूछेंगे कि आपकी ऑप्शन प्रीमियम की जो वैल्यू कम होती रहती है तो उसका पैसा कहां जाता है तो आपको बता दूं कि वह पैसा जाता है option seller के पास।

एक बात आप अपने दिमाग में क्लियर कर लीजिए कि ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा हवा से नहीं आता है बल्कि एक व्यक्ति की जेब से निकलकर दूसरे व्यक्ति की जेब में जाता है। मतलब अगर आपका नुकसान होता है तो किसी दूसरे का उतना ही फायदा होता है और अगर आपका फायदा होता है तो किसी तीसरे का नुकसान होता है।

इसीलिए इसमें जो समझदारी से सीखकर सही स्ट्रेटेजी को फॉलो करके ट्रेड करता है वही बड़ा पैसा कमाता है।

आइये अब जानते हैं कि–

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? (How to do option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। फिर उसमें फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी F&O सेगमेंट को एक्टिवेट करके किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के ऑप्शन यानी कॉल और पुट को ट्रेड कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग दो प्रकार से की जा सकती है–

  1. Option buying करके
  2. Option Selling करके

जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि ज्यादातर लोग option buying करते हैं क्योंकि इसमें कम कैपिटल की जरूरत होती है लेकिन यह भी सच है कि बड़ा पैसा लोग option selling करके ही कमाते हैं।

लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप option buying से पैसा नहीं कमा सकते बल्कि बहुत सारे option buyers हैं जो दिन का लाखों करोड़ों रुपए भी कमा रहे हैं बस जरूरत होती है सही knowledge और exprience की.

  • 👉 दोस्तों मैं आपको सलाह देना चाहता हूं कि अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो आप किसी एक इंस्ट्रूमेंट पर अपनी पकड़ मजबूत कीजिए चाहे वह NIFTY हो BANKNIFTY हो या कोई पर्टिकुलर स्टॉक हो।

बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर है जो सिर्फ बैंक निफ्टी में ट्रेड करके दिन का लाखों रुपए कमाते हैं क्योंकि वह सिर्फ और सिर्फ बैंकनिफ्टी पर फोकस करते हैं। इससे होता यह है कि धीरे-धीरे आपको अनुभव होता जाता है कि आखिर banknifty का चार्ट कैसे move करता है और धीरे-धीरे आप इतने एक्सपर्ट बन जाते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट पर अगला कैंडल क्या बनेगा आप आसानी से predict करने लगते हैं।

 

अब जानते हैं कि–

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है?

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरुआत करने में कितना पैसा लगता है?

ऑप्शन ट्रेडिंग में आप मिनिमम 100 रुपये से भी ट्रेड कर सकते हैं और यही इसका फायदा है कि आप कम पैसों से भी अधिक पैसा कमा सकते हैं। अगर आपका प्रेडिक्शन बिल्कुल सही है तो कम पैसों में भी इस trading से अमीर बन सकते हैं।

और मैं यह सिर्फ बोल नहीं रहा हूं बल्कि बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर इसी तरह अमीर बने हैं जिन्होंने बहुत कम कैपिटल से option trading की शुरुआत की थी और आज उनका कैपिटल करोड़ों में है इसके बारे में आप चाहे तो इंटरनेट पर रिसर्च कर सकते हैं।

हां अगर आप एक option seller के रूप में पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको लाखों रुपए की जरूरत पड़ती है क्योंकि उसमें कम कैपिटल से काम नहीं चलता है।

Option trading में चाहे आप कम पैसों से ट्रेडिंग करें या अधिक पैसों से यह tip हमेशा याद रखें कि–

  • जैसे-जैसे आप options से प्रॉफिट कमाते हैं तो आप कोशिश कीजिए कि उस प्रॉफिट को लॉस में convert ना करें। मतलब अगर आप दिन में 5-6 ट्रेड करते हैं और आज आपने एक ही ट्रेड में प्रॉफिट कमा लिया तो कोशिश कीजिए कि आज आप अपने प्रॉफिट का 70% हिस्सा घर लेकर जाएंगे।

क्योंकि बहुत सारे लोगों को जब पहली trade में प्रॉफिट होता है तो उन्हें लालच आ जाता है और फिर वह अपने प्रॉफिट को भी नुकसान में बदल देते हैं। इसी प्रकार अगर आपको बार-बार नुकसान हो रहा है और आपकी हर ट्रेड पर आपको सिर्फ loss ही उठाना पड़ रहा है तो उस दिन आप trading करना बंद कर दीजिए।

कुछ लोग होते हैं जो loss रिकवर करने के चक्कर में डबल नुकसान कर बैठते हैं। आप पहले ही अपना Mindset तैयार कर लीजिए कि आज आपको कितनी बार trade करना है। जितना हो सके Trading psychology  के बारे में जानने की कोशिश करें इससे आपकी option ट्रेडिंग ही नहीं बल्कि overall ट्रेडिंग जर्नी बेहतर होगी।

अब पढ़ते हैं इस पोस्ट के सबसे जरूरी point पर जोकि है–

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे? (How to learn option trading in hindi)

option trading kaise sikhen
Learn option trading in hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको ऑप्शन चेन डेटा, मार्केट रिसर्च, स्ट्राइक प्राइस, पुट कॉल रेश्यो, ट्रेंड एनालिसिस आदि चीजों को समझना पड़ता है। साथ ही आप अलग-अलग स्ट्रेटजी सीखकर अपने नुकसान को प्रॉफिट में बदल सकते हैं।

अगर आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह चुनना होगा कि आप किस इंस्ट्रूमेंट में ट्रेड करेंगे– Nifty, Banknifty या stock option में।

Option trading for beginners in hindi–अगर आप अभी beginner हैं तो आप Nifty या Banknifty से शुरुआत कर सकते हैं। फिर चाहे तो आप स्टॉक ऑप्शंस की तरफ बढ़ सकते हैं।

1. सबसे पहले basics सीखो

शुरुआत में आपको सिर्फ basics पर फोकस करना चाहिए। ऑप्शन ट्रेडिंग में जितनी भी चीजें होती है उन सभी को एक-एक करके सीखना शुरू कर दीजिए। धीरे – धीरे आप देखेंगे कि आपको बहुत सारी चीजें पता नहीं थी और आप अन्य नए लोगों से आगे बढ़ते जाएंगे।

इसमें नुकसान होने की सबसे बड़ी वजह यही है कि लोगों के basic rules ही पता नहीं होता और सीधा ऑप्शन को buy और sell करने लगते हैं।

2. ऑप्शन ट्रेडिंग की books पढ़ें

अगर हो सके तो ऑप्शन ट्रेडिंग की बुक्स पढ़ने की कोशिश करें। मैं जानता हूं कि यह आपके लिए मुश्किल हो सकता है लेकिन यही चीज आपको अन्य लोगों से काफी आगे ले जाएगी। जो आप एक्सपर्ट के द्वारा लिखी गई बुक्स पड़ेंगे तो आपको काफी सारी चीजें सीखने को मिलेंगी कि आखिर एक ऑप्शन ट्रेडर को किन-किन चीजों से होकर गुजरना पड़ता है।

3. यूट्यूब वीडियोस देखें

आजकल के जमाने में कुछ भी सीखने के लिए यूट्यूब से बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। यूट्यूब पर काफी सारे चैनल से हैं जो आपको बहुत अच्छे से ग्रुप से जुड़े फ्री में सिखा सकते हैं। जितना हो सके ऑप्शन ट्रेडिंग की वीडियोस देखने की कोशिश करें। शुरू हो सकता है कि आपको कुछ चीजें समझ ना आए लेकिन धीरे-धीरे आपको सब समझ आने लगेगा।

4. पेपर ट्रेडिंग की लगातार प्रैक्टिस करके सीखें

Option trading की वीडियोस देखने के बाद आपको उसमें बताई गई चीजों को implement भी करना चाहिए मतलब सिर्फ ऑप्शन ट्रेडिंग की वीडियोस देखना काफी नहीं है बल्कि आपको खुद लाइव चार्ट पर practice करनी होगी। आप चाहे तो शुरुआत में असली ट्रेडिंग की बजाए पेपर ट्रेडिंग भी कर सकते हैं मतलब जिस भी भाव पर आप शेयर खरीदना चाहे उसे किसी पेपर पर लिख लीजिए।

आप उस शेयर को लगातार ट्रैक करते रहिए अगर आपके अनुमान के अनुसार आपका शेयर बढ़ता है और आपको profit होता है तो पेपर पर इसे लिख लीजिए और चेक कीजिए कि आपको कितनी ट्रेड में कितनी बार प्रॉफिट हुआ है।

जब आपको पेपर पर 10 ट्रेड में से 7 बार प्रॉफिट होने लगे आप रियल स्टॉक मार्केट में option ट्रेड कर सकते हैं इस प्रकार आपका जोखिम (Risk) बहुत कम हो जाता है।

लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि पेपर ट्रेडिंग में आपकी ट्रेडिंग साइकोलॉजी अलग तरीके से काम करती है और असली मार्केट में अलग तरीके से… जो कुछ हद तक सही है लेकिन मैं मानता हूं कि अगर आप पेपर पर ही प्रॉफिट नहीं कमा पा रहे हैं तो असली पैसों से ट्रेडिंग करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि उसमें भी आप सिर्फ नुकसान ही करेंगे।

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ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम (Rules of option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ नियम है जैसे– नुकसान को कम करके प्रॉफिट को बढ़ाना, रिस्क को मैनेज करना और लालच करने से बचना इन सभी नियमों के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

1. नुकसान को कम करें

ऑप्शन ट्रेडिंग में आपका फोकस प्रॉफिट कमाने से ज्यादा नुकसान को कम करने पर होना चाहिए। क्योंकि अगर आप बहुत अधिक प्रॉफिट कमा भी लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद वापस उसे loss में बदल देते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं है। इसीलिए जितना हो सके कोशिश करें कि आपको जो प्रॉफिट हुआ है उसे नुकसान में ना बदलें।

2. Risk को मैनेज करें

आप सब जानते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क बहुत ज्यादा है इसमें अगर आप लापरवाही से ट्रेडिंग करते हैं तो आपका लाखों रुपए कुछ ही मिनटों में साफ हो सकता है। आपको रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करना होगा मतलब जितना जोखिम आप उठा सकते हैं केवल उतने ही पैसों से ट्रेड करना चाहिए।

3. लालच करने से बचें

ज्यादा ऑप्शन ट्रेडर लालच के चक्कर में ही बर्बाद होते हैं। अगर आप प्रॉफिट कमा लेते हैं तो 10 में से 9 लोग दोबारा ट्रेड करते हैं और फिर अगर दोबारा प्रॉफिट कमाते हैं तो फिर से ट्रेड करते हैं और वह तब तक ट्रेड करते रहते हैं जब तक कि उनका पूरा पैसा खत्म ना हो जाए।

  • ➡️ आपको एक discipline अपनाना होगा कि आज मुझे अपनी कैपिटल पर अगर प्रॉफिट हुआ तो मैं उसे लॉस में convert नहीं करूंगा. आपको फैसला करना होगा कि भले ही कम प्रॉफिट हो लेकिन आज मैं loss नहीं करूंगा.⬅️

इसमें अगर देखा जाए तो सीखने के लिए बहुत कुछ है बस जरूरत है तो सही dedication की। आपको क्या लगता है जो लोग दिन का लाखों रुपए कमाते हैं क्या यह सिर्फ उनका ‘Luck’ है?

नहीं…

बहुत सारे सफल ऑप्शन ट्रेडर है जिन्होंने ऑप्शन ट्रेडिंग को गहराई से समझा है तब जाकर आज वह 10 ट्रेड में से 8 बार प्रॉफिट कमा पाते हैं। और अगर आप बिना कुछ सीखें सीधा ही कॉल और पुट को ट्रेड करने लगते हैं तो पक्का है कि आप नुकसान ही करेंगे।

Also Read: इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आपको यह पता करना पड़ता है कि मार्केट किस डायरेक्शन में जाएगा. अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आप कॉल ऑप्शन buy करके पैसा कमा सकते हैं। और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आप पुट ऑप्शन buy करके प्रॉफिट कमा सकते हैं।

ऑप्शन को ट्रेड करके पैसा आप केवल तभी कमा सकते हैं जब आपके कॉल या पुट ऑप्शंस आपके अनुमान के मुताबिक परफॉर्म करें।

लेकिन आखिर प्रॉफिट कैसे कमाए?

  • अगर आप कॉल ऑप्शन से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो underlying asset का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से अधिक होना चाहिए।
  • इसी प्रकार अगर आप पुट ऑप्शन से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो underlying asset का प्राइस expiry से पहले स्ट्राइक प्राइस से कम होना चाहिए।

आपको कितना प्रॉफिट होगा यह आपके underlying asset के प्राइस और options के strike price के diffrence पर निर्भर करता है।

मतलब expiry वाले दिन जब आप अपनी positions को close करते हैं तो आपका स्ट्राइक प्राइस और underlying asset के प्राइस का अंतर ही आपका profit जा loss होगा।

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए मार्केट में तेजी या मंदी मायने नहीं रखती क्योंकि आप ऑप्शंस के जरिए तेजी और गिरावट दोनों में ही पैसा कमा सकते हैं।

बल्कि अधिकतर लोग मार्केट में गिरावट के वक्त पैसा कमाते हैं क्योंकि उस समय लोग पैनिक में आकर सेलिंग कर रहे होते हैं जिससे मार्केट लगातार नीचे जाता रहता है और समझदार ऑप्शन ट्रेडर उसी वक्त put option (PE) खरीद कर इस मंदी से प्रॉफिट कमाता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे (Advantages of option trading in hindi)

Options में ट्रेडिंग करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आता नुकसान सीमित होता है लेकिन प्रॉफिट अनलिमिटेड होता है। मतलब अगर आप 1000 रुपये लगाकर कोई ऑप्शन खरीदते हैं तो आपके लॉस होने के चांसेस सिर्फ 1000 rs ही हैं जबकि प्रॉफिट होने के चांसेस अनगिनत है।

हो सकता है कि अगर आपका एनालिसिस सही हुआ तो आपका 1000 रुपये कुछ समय बाद 10000 रुपये हो जाए बल्कि आप विश्वास नहीं मानोगे यह 1 लाख भी हो सकता है। जी हां आपका 1000rs कुछ ही मिनटों में 1 लाख रुपये या उससे ज्यादा भी हो सकता है।

और यही है ऑप्शन ट्रेडर्स की असली पावर।

  • कम पैसों में अधिक क्वांटिटी ट्रेड कर पाने का अधिकार केवल ऑप्शन ट्रेडिंग में ही होता है।
  • हालांकि इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जन मिलता है लेकिन अगर आप इंट्राडे में ऑप्शन ट्रेड करते हैं तो आपका फायदा डबल से भी ज्यादा हो जाता है।
  • किसी भी शेयर को खरीदने के लिए पूरा पैसा नहीं देना पड़ता.
  • अगर शेयर आपके प्रेडिक्शन के अनुसार मूव करता है तो आप कम कैपिटल से भी बहुत बड़ा पैसा कमा सकते हैं जो कि सिंपल trading में संभव नहीं होता।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हैं जैसे–

  • अगर आप बिना सीखे options में ट्रेडिंग करते हैं तो आपका पैसा zero भी हो सकता है।
  • केवल कुछ ही मिनटों में आपका 1 लाख या 10 लाख रुपए पूरा खत्म हो सकता है।
  • इसमें ऑपरेटर ही आपका स्टॉपलॉस बार-बार hit करवाते हैं क्योंकि वह नए लोगों की ट्रेडिंग साइकोलॉजी को अच्छी तरह से जानते हैं।
    अगर आपके द्वारा खरीदा गया कॉल या पुट
  • ऑप्शन आपके अनुमान के विपरीत परफॉर्म करता है तो आपकी प्रीमियम की वैल्यू लगातार कम होती जाएगी।

Option Trading Book in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सबसे आसान भाषा में और उदाहरण के साथ सीखने के लिए आपको नीचे दी गई किताब जरूर पढ़नी चाहिए जो अब तक की ऑप्शन ट्रेडिंग पर लिखी गई सबसे बेस्ट किताब है. नीचे दिए इमेज पर क्लिक करके आप इस किताब को डाउनलोड कर सकते हैं–

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FAQs About Option Trading in Hindi

शुरुआती लोग ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें?

शुरुआती बिगिनर्स ऑप्शन ट्रेडिंग की बुक्स पढ़कर, यूट्यूब वीडियोस देखकर और blogs पढ़कर ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अधिक से अधिक सीख सकते हैं।

क्या ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाया जा सकता है?

जी हां, ऑप्शन ट्रेडिंग से कॉल और पुट ऑप्शंस खरीद कर और बेचकर पैसा कमाया जा सकता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ऐप कौन सा है?

Zerodha और Upstox ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छे बेस्ट ऐप है।

ऑप्शन ट्रेडर कितना पैसा कमाते हैं?

सफल ऑप्शन ट्रेडर दिन का लाखों करोड़ों रुपए भी कमाते हैं लेकिन उसके पीछे उनकी सालों की मेहनत और प्रैक्टिस होती है।

ये भी पढ़ें,

  • Trading Meaning in hindi (ट्रेडिंग की A to Z पूरी जानकारी हिंदी में)

  • Technical Analysis in Hindi ( टेक्निकल एनालिसिस की पूरी जानकारी हिंदी में)

Conclusion

देखिए ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन एक सफल ऑप्शन ट्रेडर बनना बड़ी बात है। मेरा मानना है कि अगर आपको प्रॉफिट कमाना है तो आपको सीखने पर फोकस करना होगा। आप जितना ज्यादा सीखेंगे उतना ही ज्यादा उन लोगों से आगे बढ़ जाएंगे जो बिना सीखे और समझे option buying और selling करने लगते हैं।

इस पोस्ट में मैंने आपको बताया है कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है, ऑप्शंस को ट्रेड कैसे करते हैं, यह कैसे काम करती है, इससे पैसे कैसे कमाए, इसके फायदे और नुकसान क्या-क्या है?

मैं उम्मीद करता हूं अब आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पूरी बेसिक जानकारी हो चुकी होगी। अगर आपका option trading kya hai इससे जुड़ा हुआ कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।

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मेरा नाम दीपक सेन है और मैं इस वेबसाइट का Founder हूं। यहां पर मैं अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से शेयर मार्केट, निवेश और फाइनेंस से संबंधित उपयोगी जानकारी शेयर करता हूं। ❤️